क्राईम स्टोरी न्यूज़ रुड़की। हरिद्वार में कश्यप समाज के व्यक्तियों ने सैकड़ो जगह महर्षि कश्यप जयंती का आयोजन किया चारों ओर महर्षि कश्यप की मूर्ति के सामने पूजा अर्चना की और जगह-जगह भंडारे चलते नजर आए नगर पंचायत भगवानपुर में भी सेकंड लोगों ने पूजा अर्चना कर महर्षि कश्यप जी के जन्मदिन के उपलक्ष में विभिन्न जानकारियां प्रदान की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हरिद्वार सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बड़े भाई वीरेंद्र रावत ने कश्यप जयंती के कार्यक्रम में शिरकत की और कश्यप समाज के लोगों को महर्षि कश्यप जैयन्ती के अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी उन्होंने जानकारी देते हुए कहा की सांसद साहब संसद के चलते दिल्ली में व्यस्त होने के कारण उनके प्रतिनिधि के रूप में आप लोगों के बीच आया हूं। भगवानपुर, झबरेड़ा में महर्षि
कश्यप सेवा समिति के पदाधिकारी एवं समिति सदस्यों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी उन्होंने यह भी कहा कि भगवान महर्षि कश्यप जी सप्त ऋषि मंडल से एक महान ऋषि है। उन्होंने लण्ढोरा में भी महर्षि कश्यप के जैयन्ती कार्यक्रम में प्रतिभाग किया और उपस्थित लोगों को शुभकामनाएं दी। इसके बाद रुड़की नगर निगम के पुल के पास महर्षि कश्यप घाट पर भी जाकर महर्षि कश्यप जी की प्रतिमा पर पुष्प माला चढ़ाकर आशीर्वाद प्राप्त किया महर्षि कश्यप जयंती के अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में नेपाल सिंह कश्यप पूर्व राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त ने कश्यप समाज के सभी लोगों से जयंती के अवसर पर शुभकामना देने के साथ-साथ यह भी अपील की है कि अपने बच्चों को नशे से दूर रखें और जो नशा करने वाले व्यक्ति हैं
उनसे बचे। वहीं कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह भी जानकारी देते हुए बताया की उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा मगलोर में महर्षि कश्यप घाट बनाने की जो घोषणा की थी उस पर उत्तराखंड का सबसे अच्छा और पहला महर्षि कश्यप घाट बनने जा रहा है जो भारतीय जनता पार्टी के द्वारा सबसे बड़ा कदम उठाया गया है।अवसर पर सब समाज के व्यक्तियों ने मुख्य अतिथियों के रूप में आए हुए अतिथियों को महर्षि कश्यप का चित्र भेंट कर स्वागत किया गया कार्यक्रम के दौरान सतीश कुमार ,नरेंद्र कुमार कश्यप, संजय पाल ,तेजपाल मौर्य ,मनोज कुमार तोमर, राकेश सेमवाल ,रिन्कू कश्यप ,सचिन कश्यप , लालू प्रसाद कश्यप, मुकेश कश्यप , अमित कश्यप, प्रमोद कश्यप आदि सेंकड़ों लोग जगह-जगह उपस्थित रहे।
