क्राईम स्टोरी न्यूज़ हरिद्वार। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बहादराबाद में डेढ़ करोड़ रुपए से बने 40 बेड के कोविड केयर सेंटर में दरारों के साथ ही अन्य कई खामियां पर अब अधिकारी की नजर पड़ी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने निर्माण सामग्री की जांच कराने के लिए स्वास्थ्य निदेशालय को पत्र लिखा है। बहादराबाद कोविड केयर सेंटर की खामियों की खबर का संज्ञान लेते हुए चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुबोध कुमार जोशी ने सीएमओ और विभाग के निदेशालय को इस संबंध में पत्र भेजा है। कोविड-19 की चौथी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सीएचसी की पहली मंजिल पर 1.60 करोड रुपए से निर्माण एजेंसी पेयजल द्वारा सेंटर बनवाया है। सेंटर की करीब-करीब सभी दीवारों के ज्वाइंट खुल गए हैं। सेंटर की छत में लगी सीलिंग और खिड़कियां भी टूटकर नीचे गिर रही हैं। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुबोध कुमार जोशी ने सीएमओ को भेजे पत्र में कहा है कि कुछ माह पूर्व ही संबंधित केयर सेंटर सीएचसी को हस्तानांतरित किया गया था। वर्तमान में कोविड केयर सेन्टर में अत्याधिक दिवारों पर दरारें आ रही हैं। ज्यादातर बाथरूम में सीलन है। पानी की फिटिंग में लीकेज की भी बड़ी समस्या है। अंदेशा जताते हुए कहा कि संबंधित एजेंसी द्वारा किए गए कार्य में गुणवत्ता और मानकों की अनदेखी की गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष दत्त ने कहा कि ब्लॉक बहादराबाद से पत्र मिल गया है। कार्यदाई संस्था को बुलाया गया है। कार्यदायी संस्था विकासनगर की है। टीम के साथ बहुत जल्द सेंटर का निरीक्षण किया जाएगा। इस संबंध में स्वास्थ्य महानिदेशक को भी पत्र लिखा गया है। जिसमें कार्यदायी संस्था द्वारा कराए गए कार्य की गुणवत्ता मानकों के अनुसार नहीं का हवाला दिया गया है। निर्माण एजेंसी की जिम्मेदारी है। कि वह केयर सेंटर को दुरुस्त करें। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।