क्राइम स्टोरी न्यूज़ रुड़की। राजस्थान के जालौर में दलित छात्र की हत्या के विरोध में बसपा कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा गया। आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग की गई। राजस्थान के जालौर स्थित स्कूल के एक शिक्षक पर आरोप है कि उसने छात्र इंद्र कुमार मेघवाल की केवल इसलिए पिटाई कर दी की उसने मटके को छू लिया था। छात्र की उपचार के दौरान मौत हो गई। इस घटना के विरोध में बसपा कार्यकर्ताओं ने रुड़की में विरोध प्रदर्शन किया। बसपा प्रदेश अध्यक्ष आदित्य बृजवाल के नेतृत्व में बसपाई रुड़की नगर निगम में एकत्र हुए और प्रदर्शन किया। इसके बाद निगम से तहसील परिसर तक जुलूस निकाला और राजस्थान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहां पहुंचकर उन्होंने एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में मांग की गई कि इस प्रकार की घटना को अंजाम देने वाले शिक्षक को फांसी से कम सजा न दी जाए। जिस विद्यालय में यह घटना हुई उसकी मान्यता को रदद किया जाए और परिवार को मुवावजा दिया जाए। प्रदेश प्रभारी नरेश गौतम ने कहा कि राजस्थान में हुई इतनी बड़ी घटना के बाद भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मौके पर नही पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष आदित्य बृजवाल ने कहा कि संविधान में सभी को समान अधिकार हैं। लेकिन भाजपा और कांग्रेस की सरकारें संविधान का उल्लंघन कर रही है। दलितों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। राजस्थान सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। मंगलौर विधायक सरवत करीम अंसारी ने कहा कि देश आजादी के 75 वर्ष पूरे कर चुका है। लेकिन इस प्रकार का भेदभाव अब भी लोग कर रहे हैं। इस प्रकार की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदेश महासचिव चौधरी राजेंद्र सिंह ने कहा राजस्थान की घटना निंदनीय है। देश में सभी को एक समान रहने और खाने पीने का अधिकार है। लेकिन एक दलित बच्चे को इसलिए मार दिया जाता है कि उसने मटके से पानी पी लिया। सुबोध राकेश, रविंद्र पनियाला, कुंवर पाल सैन, शीशपाल सिंह, मोहम्मद सत्तार, आजम आदि ने संबोधित किया।

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