क्राईम स्टोरी न्यूज़ देहरादून। पुलिस आरक्षी के 2000 पदों के लिए ली गई शारीरिक माप-जोख परीक्षा ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने के दौरान कुछ पात्र अभ्यर्थी पर्वतीय श्रेणी व अनुसूचित जनजाति श्रेणी की छूट का विकल्प नहीं भर पाए थे, जिससे उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पाया। इन अभ्यर्थियों ने आयोग से आग्रह किया। ऐसे अभ्यर्थियों को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSC) चार अप्रैल को एक मौका दे रहा है। इन अभ्यर्थियों को भर्ती परीक्षा केंद्र IRE द्वितीय बटालियन झाझरा, सुद्धोवाला देहरादून में चार अप्रैल को सुबह सात बजे उपस्थित होना होगा। इसके बाद किसी भी अभ्यर्थी का आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने मंगलवार को बयान जारी किया। बताया कि आरक्षी पीएसी एवं आइआरअी (पुरुष) व आरक्षी जनपदीय पुलिस आरक्षी (पुरुष) के दो हजार पदों की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की गई। 24 फरवरी 2025 से 25 मार्च 2025 तक प्रदेश के समस्त जनपदों के 17 परीक्षा केंद्रों पर शारीरिक नाप तोल परीक्षा ली गई। इस परीक्षा के दौरान कई परीक्षार्थी पर्वतीय मूल होने और अनुसूचित जनजाति श्रेणी के अभिलेख त्रुटिवश आनलाइन आवेदन में अंकित नहीं कर पाए। जबकि उनके पास इन दोनों श्रेणियों के प्रमाण पत्र मौजूद हैं। ऐसे पात्र छात्रों ने आयोग कार्यालय आकर दोबारा मौका देने का आग्रह किया। आयोग के सचिव एसएस रावत ने बताया कि चार अप्रैल को केवल उन्हीं छूटे हुए अभ्यर्थियों को मौका दिया जाएगा जो पात्र होंगे। जनपदों में आयोजित शारीरिक दक्षता परीक्षा तिथि पर अनुपस्थित रहने वाले अभ्यर्थियों को मौका नहीं दिया जाएगा। पात्र अभ्यर्थियों का शारीरिक माप जोख ऊंचाई एवं (सीने का माप) में प्रतिभाग करवाया जाएगा। पात्र अभ्यर्थियों को चार अप्रैल को छूट से संबंधित वैद्य अभिलेखों को अनिवार्य रूप से लेकर आना होगा।
