क्राईम स्टोरी न्यूज़ रुड़की : पुलिस पर आरोपितों से साठगांठ के आरोप यूं ही नहीं लगते। अक्सर ऐसे मामले सामने आते रहते हैं। ताजा मामला रुड़की की गंगनहर कोतवाली का है। यहां तैनात वरिष्ठ उप निरीक्षक हत्या के आरोपित को हवालात में डालने के बजाय उसकी ‘मेजबानी’ कर रहे थे। तभी औचक निरीक्षण पर निकले एसएसपी कोतवाली पहुंच गए। हत्या के आरोपित को कुर्सी पर बैठा देख उनका पारा चढ़ गया। पहले तो उन्होंने कोतवाली में तैनात स्टाफ को फटकार लगाई, फिर जब पता चला कि यह करतूत वरिष्ठ उप निरीक्षक की है तो उसे लाइन हाज़िर कर दिया। साथ ही मामले में जांच के निर्देश दिए हैं। घटना गुरुवार देर रात की है। जानकारी के अनुसार, शाम को गंगनहर कोतवाली पुलिस ने पनियाला रोड निवासी पेट्रोल पंप कारोबारी जोगेंद्र की हत्या के मामले में फरार आरोपित अर्जुन पंवार को गिरफ्तार किया था। उसे कोतवाली लाकर हवालात में डाल दिया गया। बताया जा रहा कि कोतवाली में तैनात वरिष्ठ उप निरीक्षक जहांगीर अली ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए हत्या के आरोपित को हवालात से निकालकर कुर्सी पर बैठा दिया। देर रात एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल शहर में कानून व्यवस्था का हाल देखने निकले थे। इस दौरान विभिन्न थाना-चौकियों का निरीक्षण करते हुए वह गंगनहर कोतवाली पहुंच गए। वहां उन्होंने रजिस्टर आदि चेक करने के बाद कुर्सी में बैठे शख्स के बारे में पूछताछ की। यह पता चलते ही कि वो हत्या के मामले में गिरफ्तार हुआ है, एसएसपी गुस्से से तिलमिला उठे। उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को जमकर फटकार लगाई। बाद में पुलिसकर्मियों ने उन्हें बताया कि वरिष्ठ उप निरीक्षक जहांगीर अली ने हत्यारोपित को हवालात से निकालकर बाहर बैठाया है। इस पर एसएसपी ने वरिष्ठ उप निरीक्षक को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया। इस कार्रवाई से अन्य थाना-चौकियों में भी हड़कंप मच गया। पांच दिन पहले एसएसपी ने सिविल लाइंस कोतवाली के उप निरीक्षक आशीष भट्ट को महिला लेखपाल से अभद्रता और गालीगलौज करने पर निलंबित किया था।