क्राईम स्टोरी न्यूज़ भगवानपुर। निकाय चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे ही भाजपा में टिकट को लेकर दावेदारों की भाग दौड़ शुरु हो गई है। वही भगवानपुर नगर पंचायत की बात करें तो आधा दर्जन के करीब दावेदार भाजपा में टिकट को लेकर उम्मीद लगाए बैठे हैं। जिसमें सुबोध राकेश व रचित अग्रवाल दौड़ में सबसे आगे नजर आते दिख रहे हैं। बात करें सुबोध राकेश की तो वह पूर्व में बसपा पार्टी के एक अच्छे नेता रह चुके हैं जो विधानसभा चुनाव में बसपा से टिकट लेकर चुनावी मैदान में उतरे थे और वह अपनी भाभी ममता राकेश से पराजित हो गए थे। विधानसभा चुनाव में सुबोध राकेश भाजपा के टिकट को लेकर इधर-उधर दौड़ते नजर आए थे लेकिन भाजपा ने उन्हें भगवानपुर से टिकट नहीं दिया था जिससे नाराज होकर वह बसपा में शामिल हो गए थे। वहीं लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अपनी जीत के लिए भगवानपुर से सुबोध राकेश को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया था। अब वह भाजपा के लिए पार्टी में कार्य कर रहे हैं। बात करें रचित अग्रवाल की तो वह भी भाजपा के एक अच्छे कार्यकर्ता माने जा रहे हैं जिसके पिता देवेंद्र अग्रवाल कांग्रेस विधायक ममता राकेश के एक अच्छे राजनीतिक सलाहकार माने जाते हैं वह भी अब भाजपा में शामिल होकर अपने पुत्र को भाजपा से टिकट दिलाने के लिए एड़ी चोटी तक का जोर लगाने में जुटे हैं। अब देखना यह होगा कि भाजपा भगवानपुर में किस पर दाव खेलती है। या फिर सुबोध राकेश व रचित अग्रवाल को इग्नोर करके अन्य पर दाव खेलेगी। सूत्रों की मानें तो भगवानपुर नगर पंचायत सीट पर भाजपा सुबोध राकेश के समर्थन में नजर नहीं आ रही है वहीं रचित अग्रवाल को टिकट होना तय माना जा रहा है। जबकि दोनों दावेदारों के खेमे अलग अलग हैं एक दूसरे पर भारी पड़ सकते हैं।