क्राईम स्टोरी न्यूज़ ऋषिकेश। कोरोना संकट के बाद अब स्थिति सामान्य होने पर महाशिवरात्रि से पहले ही भक्तो मे आस्था का रंग नजर आने लगा है। पौराणिक नीलकंठ धाम के दर्शन के लिए विभिन्न प्रांतों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की आमद शुरू हो गई हैं। नीलकंठ पैदल मार्ग पर हर-हर महादेव, बम भोले के जयकारे गूंज रहे हैं। बाघखाला के पास श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का भी आयोजन किया जा रहा है। महाशिवरात्रि 18 फरवरी को है, लेकिन महाशिवरात्रि पर्व से पहले बाहरी प्रांतों से श्रद्धालु पौराणिक नीलकंठ धाम में जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं। पिछले तीन दिन से मुनिकीरेती, स्वर्गाश्रम क्षेत्र में शिवभक्तों की भीड़ नजर आ रही है। पैदल मार्ग पर तड़के से देर शाम तक श्रद्धालुओं की आवाजाही देखी जा सकती है। यूपी के बरेली, मुरादाबाद, फिरोजाबाद, संभल और हरियाणा से काफी संख्या में श्रद्धालु नीलकंठ धाम के दर्शन को पहुंच रहे हैं। नीलकंठ पैदल मार्ग से गुजर रहे शिवभक्तों ने बताया कि पिछले दो साल कोरोना संकट के चलते नीलकंठ धाम नहीं आ सके थे। इस बार हालात सामान्य होने पर पौराणिक नीलकंठ धाम के दर्शन के लिए गांवों से लोग यहां पहुंच रहे हैं। बताया कि नीलकंठ पैदल मार्ग पर पथ प्रकाश और पानी की सुविधा है। नीलकंठ पैदल मार्ग भगवान शिव की आस्था से रंगा नजर आ रहा है। धार्मिक संस्था श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क भंडारे भी लगा रही हैं।