क्राइम स्टोरी न्यूज़ लखनऊ । एक जुलाई से स्कूल खुल रहे हैं। इसे देखते हुए आरटीओ ने बच्चों को लाने व छोड़ने वाले अनफिट स्कूली वाहन (बस, वैन) सीज करने के साथ उस स्कूल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का नोटिस दिया था। हालांकि, स्कूलवालों ने इसे हल्के में लिया है। यही कारण है कि नोटिस जारी होने के सात दिन बाद भी कुल 709 स्कूली वाहनों में से महज 159 ने ही बुधवार तक फिटनेस कराया है। वहीं, स्कूल खुलने में महज एक दिन है और अब तक 550 स्कूली वाहन अनफिट हैं। ऐसे में अंदेशा है कि इन अनफिट स्कूली वाहनों से ही बच्चों को सफर कराना पड़ेगा। उधर, वाहनों पर आरटीओ कार्रवाई के लिए तैयार है। संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) संदीप कुमार पंकज ने कहा कि स्कूली वाहनों की चेकिंग के लिए टीमें बना कर जांच की जाएंगी।
आरटीओ के नोटिस के बाद कुछ स्कूलों ने बस व वैन का फिटनेस कराना शुरू कर दिया है। मंगलवार को ट्रांसपोर्ट नगर स्थित सेंटर पर काफी तादात में वाहन फिटनेस कराने पहुंचे थे। अधिकारियों के मुताबिक सीएमएस की कुल 90 बसों का फिटनेस हो चुका है। इसके अतिरिक्त लखनऊ पब्लिक स्कूल, जीडी गोयनका, जयपुरिया आदि स्कूलों के वाहनों का फिटनेस कराने का टाइम स्लॉट लिया गया है।
मान्यता निरस्त करने के लिए लिखेंगे पत्र
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) अखिलेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि प्रवर्तन इकाई जिस स्कूली वाहन को सीज करेगी, उसकी रिपोर्ट के आधार पर शासन को संबंधित स्कूल की मान्यता निरस्त करने के लिए पत्र भी लिखेंगे।
डिप्टी जोनल कमिश्नर लखनऊ जोन परिवहन विभाग निर्मल प्रसाद ने कहा कि एक जुलाई से स्कूली वाहनों के खिलाफ बड़ा चेकिंग अभियान चलेगा। इसमें जो बस व वैन अनफिट पाई जाएगी, उसे सीज कर दिया जायेगा साथ ही संबंधित थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।