रुड़की। देवबंद कोतवाली क्षेत्र के मिरगपुर गांव निवासी बिंदर सिंह पुत्र राजपाल उत्तराखंड जल संस्थान का स्थायी कर्मचारी है। करीब तीन साल पहले जल संस्थान के वार्षिक ऑडिट के दौरान उपभोक्ताओं से वसूले जाने वाले जलकर की धनराशि में गड़बड़ी के संकेत मिले थे। बाद में विभागीय जांच हुई तो पता चला कि लिपिक बिंदर सिंह ने विभाग से कुल 1.64 करोड़ रुपये का गबन किया है। मामला बड़ी रकम का होने के बावजूद विभाग ने लिपिक को निलंबित तक नहीं किया। साथ ही नरमाई बरतते हुए उसे गबन की रकम कई किस्तों मे जमा कराने की छूट दे दी। लिपिक ने दो साल तक थोड़ी बहुत रकम जमा की और फिर फरार हो गया। बाद मे जल संस्थान के सहायक अभियंता ने लक्सर कोतवाली में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। फिलहाल मामले की जांच एसएसआई लक्सर मनोज सिरोला कर रहे हैं। विवेचक ने बताया कि आरोपी के खिलाफ गबन के सारे साक्ष्य इकट्ठा कर लिए गए हैं। पर आरोपी फरार चल रहा है। बताया कि पुलिस ने आरोपी की चल अचल संपत्ति कुर्क करने का प्रार्थनापत्र न्यायालय मे दिया था। न्यायालय से इसे मंजूरी मिलने के बाद पुलिस टीम ने एक महीने पहले ही मिरगपुर में उसके घर पर कुर्की का नोटिस चस्पा कर दिया था। बताया कि नोटिस की अवधि पूरी होने पर बुधवार को पुलिस ने मिरगपुर में आरोपी का मकान व दूसरी संपत्ति कुर्क कर ली है।