उत्तर प्रदेश में 20 मार्च 2017 से अब तक 158 कुख्यात अपराधी पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में ढेर हो चुके हैं। इस वर्ष पुलिस मुठभेड़ में तीन माह में तीन अपराधी मारे गए हैं। सोमवार को दो लाख रुपये का इनामी तीसरा बदमाश मारा गया। यूपी पुलिस की गोली व बुलडोजर का खौफ अपराधियों में इतना कि गले में तख्ती लटका कर थाने पहुँच रहे हैं
लखनऊ। माफिया और अपराधियों के विरुद्ध निर्भीक होकर लगातार की गई कार्रवाई के बलबूते यूपी पुलिस ने अपने इकबाल को कायम रखा है। कानून-व्यवस्था के जिस मुद्दे पर भाजपा ने 37 वर्ष बाद उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार दोहराने का जो कीर्तिमान स्थापित किया है, उस व्यवस्था का कड़ा संदेश भी अपराधियों में एकदम साफ है। उत्तर प्रदेश मे अभी नई सरकार का गठन नहीं हुआ है। लेकिन योगी आदित्यनाथ 25 मार्च को दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। लेकिन, अपराध व अपराधियों के विरुद्ध योगी की जीरो टालरेंस की नीति की रफ्तार कायम है। पुलिस की गोली और बुलडोजर का डर अपराधियों में इतना गहरा चुका है कि वे खुद अपने गले में तख्ती लटकाकर थाने पहुंच रहे हैं पुलिस ने विधानसभा चुनाव के दौरान चार मार्च को जौनपुर में हुई मुठभेड़ में इनामी सतीश सिंह को मार गिराया था और सोमवार को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने वाराणसी में दो लाख के इनामी बदमाश मनीष सिंह उर्फ सोनू को मुठभेड़ में चित कर दिया। इतना ही नहीं, कठोर कार्रवाई के भय से अपराधी खुद थानों पर पहुंचकर समर्पण भी कर रहे हैं l