Crime story news रुड़की। उम्मीद के मुताबिक ही भगवानपुर सीट पर कांग्रेस ने ममता राकेश का टिकट घोषित किया है। वह उन विधायकों में हैं जो इस बार हैट्रिक लगाने के इरादे से चुनाव मैदान में उतरेंगी। ममता राकेश का सियासत में प्रवेश पति सुरेंद्र राकेश के निधन के बाद हुआ। क्षेत्र के बड़े नेता रहे सुरेंद्र राकेश उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री थे। इस बीच उनका निधन हो गया। उनके निधन के बाद हुए उप चुनाव में कांग्रेस ने उनकी पत्नी ममता राकेश को मैदान में उतारा। ममता ने चुनाव में जीत हासिल कर 2017 में कांग्रेस ने फिर से उन्हें टिकट दिया। उस बार उनके देवर सुबोध राकेश भी कांग्रेस से टिकट के दावेदार थे। टिकट नहीं होने पर उन्होंने बगावत कर दी और भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद के चुनाव में राकेश परिवार आमने-सामने रहा है। भगवानपुर भी उन सीटों में शामिल हैं जहां सभी प्रमुख दलोंं ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। ममता राकेश इस बार हैट्रिक लगाने की उम्मीद के साथ मैदान में हैं। वही देेवर भाभी के बीच भाजपा ने भी मास्टर सत्यपाल को चुनावी मैदान मेंं उतारा अब देखना यह होगा की क्या भगवानपुर विधानसभा सीट का चुनाव देवर भाभी के बीच सिमटकर रह जाता है या फिर मास्टर सत्यपाल अपनी कामयाबी का परचम लहराने मे कामयाब रहेंग