क्राईम स्टोरी न्यूज़ रुड़की। इमली खेड़ा मार्ग पर पुलिस की बाइक सवार बदमाशों से मुठभेड़ हो गई, जिसमें 10 लाख रुपये की सुपारी लेकर नानकमत्ता डेरा प्रमुख तरसेम सिंह की हत्या करने वाला एक बदमाश ढेर हो गया। जबकि दूसरा पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। पुलिस ने दूसरे बदमाश की तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया। सूचना मिलने पर एसएसपी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। पुलिस के मुताबिक इमली खेड़ा मार्ग पर भगवानपुर थाना पुलिस की टीम एक ढाबे के पास चैकिंग कर रही थी। इसी दौरान पुलिस ने बाइक सवार दो लोगों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह कलियर की तरफ भागने लगे। शक होने पर पुलिस ने इनका पीछा किया। पुलिस ने कुछ दूर जाने पर दोनों बदमाशों को घेर लिया तो बदमाशों ने अपने आपको बचाने के लिए पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया जबकि दूसरा जंगल के रास्ते फरार हो गया। पुलिस ने इसका पीछा भी किया लेकिन वह हाथ नहीं आया। घायल बदमाश को सिविल अस्पताल रुड़की ले जाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बदमाश की शिनाख्त अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू फतेहगढ़ चूड़ियां रोड नगली भट्ट अमृतसर के रूप में की गई। मुठभेड़ की सूचना के बाद एसपी भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। वही मुठभेड़ की सूचना मिलने पर डीआईजी देहरादून भी मौके के लिए रवाना हो गए हैं। 28 मार्च को बाइक सवार दो बदमाशों ने नानकमत्ता में डेरा प्रमुख तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस दौरान सीसीटीवी में कैद हत्यारों की पहचान तरनतारण, पंजाब निवासी सर्वजीत सिंह और फतेहगंज, अमृतसर (पंजाब) निवासी अमरजीत उर्फ बिट्टू के रूप में हुई थी। तब से पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। दोनों पर एक-एक लाख का इनाम भी घोषित कर दिया था। मामले में अभी तक पुलिस हत्या की साजिश और राइफल उपलब्ध कराने वाले सात षड्यंत्रकारियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इधर,दोनों शूटरों की अंतिम लोकेशन पुलिस को शाहजहांपुर के निगोही में मिली थी। इस बीच दोनों के अलग होने और नेपाल और बांग्लादेश भागने की भी आशंका जताई गई। एक शूटर अमरजीत उर्फ बिट्टू की लोकेशन हरिद्वार में मिली तो एसटीएफ और पुलिस ने उसकी घेराबंदी कर दी। बताया जा रहा है कि उसने टीम पर फायरिंग की। पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें वह मारा गया।