क्राईम स्टोरी न्यूज़ रुड़की। खानपुर थाना क्षेत्र के शेरपुर बेला और माडाबेला के ग्रामीणों के बीच जमीन को लेकर चल रहे विवाद ने बुधवार को तूल पकड़ लिया। विवाद की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और ग्रामीणों के बीच तीखी झड़प हो गई। ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव करते हुए पुलिस की गाड़ी के शीशे तोड़ डाले। इस बीच कुछ ग्रामीण और पुलिसकर्मी चोटिल भी हो गए। सूचना पर एसएसपी अजय सिंह बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और मोर्चा संभाला। फिलहाल गांव में फोर्स तैनात की गई है। वहीं मामले को लेकर 25 नामजद समेत 150 ग्रामीणों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। खानपुर थाना क्षेत्र के शेरपुर बेला और माडाबेला गांव पहले एक ही ग्राम पंचायत थी। लेकिन, इस बार परिसीमन के बाद दोनों ग्राम पंचायतों को अलग कर दिया गया है। विवाद की जड़ दोनों ग्राम पंचायतों की सीमा से सटी हुई गंगा नदी की खाली पड़ी सरकारी भूमि है, जिसके मालिकाना हक को लेकर दोनों गांवों के ग्रामीणों के बीच विवाद है। बुधवार को दोनों गांवों के कुछ ग्रामीण मामले को लेकर एसडीएम लक्सर के पास जाना चाहते थे। इसके लिए ग्रामीणों की शेरपुर बेला गांव में बैठक की जा रही थी। इसी बीच पुलिस को ग्रामीणों के जुटने की सूचना मिली। विवाद की आशंका को देखते हुए खानपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को लेकर जानकारी जुटाने लगी। इसी दौरान शेरपुर के ग्राम प्रधान और पुलिस के बीच कहासुनी हो गई। हंगामा होने पर पुलिस और ग्रामीण आमने-सामने आ गए और देखते-देखते पथराव शुरू हो गया। पुलिस की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई। पथराव में कई पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। पुलिस पर पथराव की सूचना पर एसएसपी अजय सिंह तुरंत भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए और मामले की जानकारी ली। एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह सहित आला पुलिस अधिकारी और आस-पास के थानों की पुलिस को मौके पर बुलाया गया हैं। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि ग्रामीणों के एकत्र होने की सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची थी। कुछ ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर हमला करने के साथ ही पुलिस की गाड़ी पर तोड़फोड़ भी की। मामले में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपितों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि विवाद की स्थिति ना पैदा हो, इसके लिए गांव में पुलिस फोर्स की तैनाती भी कर दी गई है।