सहारनपुर। एसबीडी जिला अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हिमांशु की मौत में एक नया मोड़ आ है। अभी तक पुलिस समझ रही थी कि हिमांशु की मौत नशे के सेवन से हुई है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ हो गया है कि उसकी हत्या की गई थी। उसके ही दोस्तों ने पहले हिमांशु के साथ मारपीट की। जिससे उसकी नाक की हड्डी टूट गई और बाद में उसका गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। जिसे अदालत में पेश कर जेल भेजा गया है जनकपुरी थाना प्रभारी अविनाश गौतम ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में राजफाश होने के बाद हिमांशु के दोस्त अनुराग गुप्ता से सख्ती से पूछताछ की गई। उसने बताया कि 12 अप्रैल की रात हिमांशु, अनुराग और उनका तीसरा दोस्त मयंक एक साथ नशा कर रहे थे। इसके बाद देर रात होने के कारण हिमांशु अपने घर नहीं गया और अनुराग के घर पर ही सो गया। यहां पर तीनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई और मारपीट हो गई। जिसके बाद हिमांशु की नाक ही हड्डी टूट गई। मारपीट के बाद तीनों अनुराग के घर ही सो गए। सुबह के समय जब अनुराग और मयंक उठे तो उन्होंने देखा कि हिमांशु की मौत हो गई है। इसके बाद अनुराग और मयंक ने शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। हालांकि शव ठिकाने लगाने का आरोपितों का प्लान फेल हो गया और बाद में वह शव को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। दरअसल, पुलिस की जांच में सामने आया है कि अनुराग गुप्ता और मयंक ने शव को स्कूटी पर रख लिया और दाबकी जुनारदार पहुंचे। यहां पर शव ठिकाने नहीं लगा सके तो फिर आरेापित जनता रोड पहुंचे। यहां पर स्कूटी का तेल खत्म हो गया। जिसके बाद वह शव को सड़क किनारे पर रखकर तेल भरवाने के लिए चल दिए। शव के पास भीड़ एकत्रित हो गई। जिसके बाद दोनों ने भीड़ को बताया कि वह हमारा दोस्त है और तबीयत खराब होने के कारण बेहोश हो गया है। भीड़ ने 112 नंबर पर फोन करके पुलिस को मौके पर बुला लिया। पुलिस शव को लेकर अस्पताल में पहुंची। यहां से मयंक तो फरार हो गया, लेकिन अनुराग को पकड़ लिया गया।